
27 अप्रैल 2025:- चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है जो तब घटित होती है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में आ जाते हैं. इससे चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया पड़ती है जिसे ग्रहण कहा जाता है. साल का पहला चंद्र ग्रहण होली पर लगा था और अब जल्द ही दूसरा चंद्र ग्रहण भी लगने वाला है. चंद्र ग्रहण का धार्मिक महत्व भी है. माना जाता है कि ग्रहण लगने पर सूतक काल भी लग जाता है जिसमें कुछ खास बातों का ध्यान रखा जाना आवश्यक होता है. ऐसे में यहां जानिए साल का दूसरा चंद्र ग्रहण कब लगेगा, किस तरह का होगा, संसार के किन-किन हिस्सों से नजर आएगा, भारत से दिखेगा या नहीं और इसका सूतक काल मान्य होगा या नहीं.
कब लगेगा साल का दूसरा चंद्र ग्रहण:- साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 7-8 सितंबर की रात को लगेगा. भारतीय समय के मुताबिक इस चंद्र का समय रात 9 बजकर 57 मिनट से शुरू होकर 8 सितंबर की अर्धरात्रि 12 बजकर 23 मिनट है.
सितंबर में नजर आएगा ब्लड मून:- सितंबर लगने वाला यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होने वाला है. पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने पर चंद्रमा लाल रंग का नजर आने लगता है जिसे ब्लड मून कहा जाता है.
पूर्णिमा पर लगेगा चंद्र ग्रहण:- साल का अगला चंद्र ग्रहण 7 सितंबर की रात लग रहा है. इसी दिन भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा भी है. हिंदू धर्म में पूर्णिमा का अत्यधिक महत्व होता है. ऐसे में पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लगने को विशेष खगोलीय और धार्मिक घटना के रूप में देखा जाता है.
कहां-कहां से देखा जा सकता है यह चंद्र ग्रहण:- अगला चंद्र ग्रहण संसार के कई हिस्सों से देखा जा सकता है. इनमें एशिया, यूरोप, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक, हिंद महासागर और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं.
क्या भारत से नजर आएगा चंद्र ग्रहण:- इस चंद्र ग्रहण को भारत से देखा जा सकता है. यह चंद्र ग्रहण भारत समेत एशिया के कई देशों से नजर आएगा.
चंद्र ग्रहण का सूतक काल लगेगा या नहीं:- हिंदू धर्म में सूतक काल का विशेष महत्व होता है. सूतक काल को अशुभ समय माना जाता है और यह ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है. भारत से चंद्र ग्रहण नजर आने वाला है और इसीलिए चंद्र ग्रहण का सूतक काल भारत में मान्य होगा. सूतक काल लगने पर कई तरह के कार्य करना वर्जित माना जाता है.



