
मानसून के समय हवा में नमी रहती है, जिसके कारण हवा में गंदगी रह जाती है. इसी गंदगी के कारण बैक्टीरिया और वायरस तेजी से फैलते हैं जिससे आंखों में Conjunctivitis होने का खतरा भी बढ़ जाता है. जिनसे आंखों में इन्फेक्शन होने के खतरे को टाल सकते हैं.मानसून का मौसम अपने साथ ठंडक और राहत तो लाता है, लेकिन साथ ही बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देता है. खासकर आंखों के संक्रमण का. आइए समझते हैं कि ऐसा क्यों होता है. इस बारे में दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में आई डिपार्टमेंट में डॉ. एके ग्रोवर ने बताया है. डॉ. ग्रोवर बताते हैं कि मानसून में हवा में नमी बहुत बढ़ जाती है। ये नमी बैक्टीरिया और वायरस को तेजी से पनपने का मौका देती है, जो आंखों में इन्फेक्शन का कारण बनते हैं.
1 आंखों को बार-बार न छुएं:- हाथ अगर साफ नहीं है तो आंखों को बार-बार न छुएं. गंदे हाथ इन्फेक्शन को बुलावा देते हैं. अगर आंखों को छूना जरूरी है तो पहले साबुन से अच्छे से हाथ धो लें.
2 सामान साझा न करें:- किसी का रूमाल, तौलिया, चश्मा, आई ड्रॉप या मेकअप यूज़ करना आंख आने की बीमारी को बहुत तेजी से फैल सकता है. यह एक संक्रामक रोग है, इसलिए आंखों के लिए अपना सामान ही इस्तेमाल करें.
3 Eye Products का सावधान से इस्तेमाल:- मानसून में अगर आप गंदे हाथों से Eye Makeup या लेंस लगाते हैं, तो आंखों में बैक्टीरिया पहुंच सकते हैं और इन्फेक्शन हो सकता है. हाथों को हमेशा साबुन से धोकर साफ रखें.
4 Contact Lens की लापरवाही:- मानसून में अगर कॉन्टैक्ट लेंस को सही से साफ न किया जाए या लंबे समय तक पहना जाए, तो बैक्टीरिया आंखों में संक्रमण फैला सकते हैं. आंखों से संबंधित सभी सामान की सफाई करते रहें.
5 खुद से कोई भी Eye Drop आंखों में न डालें:- अगर आंखों में तेज जलन, पानी आना, लालिमा या सूजन महसूस हो तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें. खुद से दवा या आई ड्रॉप न डालें.



