
पंडरिया :शिक्षा किसी भी समाज की प्रगति और विकास की नींव होती है। जब शिक्षक और प्राचार्य अपनी निष्ठा, ईमानदारी और नवाचार के साथ कार्य करते हैं,तो उसका सीधा प्रभाव विद्यार्थियों के भविष्य पर पड़ता है। यही कारण है कि ऐसे समर्पित शिक्षकों और शिक्षा अधिकारियों को समय-समय पर सम्मानित किया जाता है,ताकि उनका मनोबल बढ़े और शिक्षा व्यवस्था में नई ऊर्जा का संचार हो।
इसी क्रम में पंडरिया विकासखंड के शास.उच्च.माध्य. विद्यालय,कोड़ापुरी के प्रभारी प्राचार्य बसंत कुमार डोरे को “मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण 2025” के तहत “उत्कृष्ट प्राचार्य” के खिताब से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें उनकी उत्कृष्ट शैक्षणिक नेतृत्व क्षमता, अनुशासनप्रियता,नवाचारी गतिविधियों और समर्पित सेवाओं के लिए प्रदान किया गया। सम्मान समारोह का आयोजन दुर्ग स्थित संभागीय शिक्षा कार्यालय में किया गया, जहाँ संभाग के अन्य शिक्षक और अधिकारी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर डोरे जी को प्रतीक चिन्ह, साल,श्रीफल और प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। उनकी इस उपलब्धि से न केवल विद्यालय परिवार बल्कि पूरे कबीरधाम जिले में हर्ष और गर्व का माहौल है। शिक्षा जगत से जुड़े लोगों का मानना है कि डोरे जी का यह सम्मान निश्चित रूप से अन्य शिक्षकों और प्राचार्यों को भी प्रेरित करेगा,ताकि वे विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य निर्माण में और अधिक लगन और प्रतिबद्धता के साथ योगदान दें। यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि सच्ची निष्ठा और मेहनत से किया गया कार्य हमेशा सम्मान और गौरव दिलाता है।



