
कोरिया : जिला के सोनहत जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम सेमरिया के निवासी रामविशाल यादव ने वनरक्षक शंकर सिंह पर अवैध लकड़ी तस्करी और स्टाप डेम में घटिया निर्माण कराने का गंभीर आरोप लगाया है। यह मामला तब सामने आया जब यादव ने वन विभाग के अधिकारियों को अवैध तस्करी की जानकारी दी, लेकिन उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा।
रामविशाल यादव का कहना है कि शंकर सिंह, जो रसौकी बीट के गार्ड हैं, अवैध तस्करों के साथ मिलकर जंगल से इमारती लकड़ी और अन्य वन उत्पादों की तस्करी कर रहे हैं। हाल ही में एक ट्रैक्टर, जो लोद से लदी हुई थी, पकड़ा गया था। यादव ने कहा, “यह ट्रैक्टर अभी भी रामगढ़ वन परिक्षेत्र में खड़ा है और यह इस बात का प्रमाण है कि अवैध तस्करी चल रही है।”
यादव ने यह भी आरोप लगाया कि शंकर सिंह और तस्कर रमेश यादव के बीच नियमित फोन कॉल्स के माध्यम से संदेहजनक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “इनकी मिलीभगत का सबूत है। इन दोनों के बीच फोन कॉल की डिटेल निकलवाने से स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। ग्राम सेमरिया में अवैध निर्माण कार्यों का भी जिक्र करते हुए यादव ने कहा कि ईट भट्ठों का निर्माण और लकड़ी का उपयोग अवैध रूप से हो रहा है। “रमेश यादव और शंकर सिंह के संरक्षण में ये गतिविधियां खुलेआम चल रही हैं,” उन्होंने कहा।
ग्रामवासियों ने आरोप लगाया कि शंकर सिंह को रेंजर ललीत पैकरा का संरक्षण प्राप्त है, जो इस प्रकार की तस्करी को बढ़ावा दे रहा है। “यदि हमें कोई भी शिकायत होती है, तो हमें जान से मारने की धमकी मिलती है,” यादव ने कहा।
इस मामले में, वन मंडलाधिकारी गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान इस मामले में रामविशाल यादव ग्राम सेमरिया गरिया निवासी ने आवेदन दिया है।
रामविशाल यादव की ओर से लगाए गए आरोपों ने वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। यदि यह आरोप सही साबित होते हैं, तो यह न केवल वन संरक्षण के लिए खतरा है, बल्कि सरकारी अधिकारियों की प्रतिष्ठा पर भी धब्बा है। सरकार को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कदम उठाने चाहिए, ताकि ऐसे अवैध कार्यों का अंत किया जा सके। रामविशाल यादव ने कुछ मांगें भी रखी हैं, जैसे कि वन संपदा का दुरुपयोग करने के मामले में शंकर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उन्हें रसौकी बीट से हटाया जाए। ऐसे में यह देखना होगा कि सरकार इस समस्या को कितनी गम्भीरता से लेती है और क्या आवश्यक कदम उठाए जाएँगे।




